UN General Assembly 2025 Highlights in Hindi

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) 2025 की High-Level Week में दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष और विदेश मंत्रियों ने एक मंच पर वैश्विक चुनौतियों, शांति, विकास, सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकार और बहुपक्षवाद पर विचार-विमर्श किया। Wikipedia+1
भारत ने भी इस महासभा में अपनी आवाज़ बुलंद की — आतंकवाद, आर्थिक अस्थिरता, SDGs और यूएन सुधार जैसे विषयों पर अपना दृष्टिकोण पेश किया। India Today+1

इस लेख में हम UNGA 2025 की मुख्य घटनाएँ, भारत की भूमिका, महत्वपूर्ण प्रस्ताव और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।


1. UNGA 2025 High-Level Week: प्रमुख विषय और ढाँचा

  • UNGA 2025 की High-Level Week 22 सितम्बर से 30 सितम्बर के बीच आयोजित हुई, जिसमें विश्व नेताओं ने संयुक्त रूप से बहुपक्षवाद, शांति, विकास और वैश्विक शासन सुधार पर बात की। Wikipedia
  • इस वर्ष के प्रमुख एजेंडा में शामिल थे:
     • स्थानीय संघर्ष और शांति (Ukraine, Middle East)
     • जलवायु कार्रवाई, ऊर्जा संक्रमण
     • आत्मनिर्भर विकास और SDGs की प्रगति
     • Global South की आवाज़ और आर्थिक न्याय
     • UN सुधार, Security Council विस्तार
  • एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव Resolution ES-11/8 (The Path to Peace) को 24 फरवरी 2025 में अपनाया गया, जिसमें रूस के यूक्रेन आक्रमण को लेकर शांति मार्ग का आग्रह किया गया। Wikipedia

2. भारत की भागीदारी और वाद-विवाद

2.1 Jaishankar का UNGA भाषण और विषय

  • भारत के विदेश मंत्री S. Jaishankar ने अपनी बात में आतंकवाद को केंद्रीय मुद्दा बनाया — विशेष रूप से, उन्होंने कहा कि आतंकवाद को ग्लोबली वित्त पोषित किया जाता है और “terror hubs” को दबाना ज़रूरी है। India Today
  • उन्होंने कहा कि भारत “tariff volatility and uncertain market access” (शुल्क अस्थिरता और बाजार पहुँच) जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है। India Today
  • Jaishankar ने SDGs पर विश्लेषण करते हुए कहा कि विश्व स्तर पर target की ओर गति कम है — “SDGs present a sorry picture”। India Today
  • उन्होंने कहा कि इतिहास ने UN को विकसित किया — जैसे decolonisation, global south की भूमिका आदि। India Today

2.2 भारत-पाकिस्तान वाकयुद्ध

  • Pakistan PM Shehbaz Sharif ने UNGA में एक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने भारत पर आरोप लगाए। भारत ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि “no degree of drama can conceal facts”। The Times of India
  • India’s EAM ने UN में पाकिस्तान को “epicentre of global terrorism” बताया और Pahalgam आतंकी हमले का ज़िक्र किया। The Economic Times

3. वैश्विक मुख्य बिंदु और प्रस्ताव

3.1 महिला UN महासचिव की संभावना

  • 2025 के UNGA में नेतृत्व के लिए वैश्विक दबाव बढ़ा कि पहली महिला UN Secretary-General चुनी जाए। Reuters

3.2 Israel-Gaza / मध्य पूर्व संघर्ष

  • महासभा में Gaza संघर्ष को लेकर एक प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें immediate ceasefire की मांग की गई।
  • UNGA ने इस सत्र में गाजा संघर्ष पर “humanitarian truce” लागू करने की अपील की।

3.3 UN सुधार और बहुपक्षवाद

  • कई देश इस सत्र में UN सुधार की बात कर रहे थे — Security Council के विस्तार, veto power का पुनर्विचार, multilateral institutions में लोकतंत्रिक भागीदारी।
  • रूस ने Germany की Annalena Baerbock को UNGA अध्यक्ष बनने के प्रस्ताव को secret vote की मांग के साथ चुनौती दी। AP News

3.4 अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • वैश्विक नेताओं का संदेश: “Fix things, particularly yourself” — आत्म-परिवर्तन और सहयोग जरूरी है। AP News
  • Netanyahu, Sharif, Li जैसे नेता भी अपनी-अपनी देशों की स्थिति पेश करते हुए बोले। Al Jazeera

4. विश्लेषण: भारत का दायरा, अवसर और चुनौतियाँ

4.1 भारत का विश्व मंच पर प्रोफ़ाइल

  • भारत ने UN में अपनी स्थिति और दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया, विशेष रूप से आतंकवाद, विकास और UN सुधार के विषय पर।
  • भारत ने बढ़ते प्रभाव के बावजूद नेतृत्व की जिम्मेदारी ली — Global South देशों की आवाज़ को मंच दिया।

4.2 सीमाएँ और चुनौतियाँ

  • प्रस्तावों की सत्यता और क्रियान्वयन की कमी — UNGA प्रस्ताव binding नहीं होते।
  • देशों के बीच veto-power और Security Council बाधाएँ — reforms की राह कठिन।
  • भारत को balancing act करना है — सुरक्षा और विकास के बीच, देश हित और global expectation बीच।

4.3 आगे की राह

  • भारत को UN सुधार, multilateral diplomacy और नेतृत्व रणनीति पर ध्यान देना होगा।
  • बेहतर alliance building, soft diplomacy, development iniciativas के ज़रिये विश्व पटल पर पहचान बढ़ानी होगी।
  • प्रस्तावों को actionable commitments में बदलने की दिशा में काम करना चाहिए।

निष्कर्ष

UN General Assembly 2025 ने यह स्पष्ट किया कि विश्व एक जटिल परिदृश्य में है — संघर्ष, असमृद्धि, पर्यावरण और बहुपक्षवाद सभी प्रश्नों का सम्मिलित स्वरूप है। भारत ने इस मंच पर एक ठोस भूमिकाएँ निभाई — लेकिन अपनी आवाज़ को और अधिक प्रभावी, क्रियाशील और visionary रूप में प्रस्तुत करना अभी भी एक चुनौती है।

UNGA 2025 का संदेश है: सहयोग, सुधार और जवाबदेही — हर देश, विशेष रूप से भारत, इस दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

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