World Tourism Day 2025: भारत में पर्यटन का भविष्य और अवसर

प्रस्तावना – World Tourism Day India 2025

हर वर्ष 27 सितंबर को विश्वभर में World Tourism Day मनाया जाता है, ताकि पर्यटन की भूमिका, उसके सामाजिक–आर्थिक प्रभाव, चुनौतियाँ और अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। Wikipedia+2Moneycontrol+2
2025 का विषय है “Tourism and Sustainable Transformation” (पर्यटन और सतत परिवर्तन) — इस थीम का मकसद है पर्यटन क्षेत्र को केवल विकास के साधन के रूप में न देखना, बल्कि इसे सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक दृष्टि से पुनरूपित करना। Outlook Traveller+1

भारत जैसे सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधताओं से संपन्न देश के लिए यह अवसर और चुनौती दोनों है — कैसे हम पर्यटन को सतत, समावेशी और लाभदायक बना सकते हैं। इस लेख में हम वर्तमान स्थिति, चुनौतियाँ, अवसर, उदाहरण और भविष्य की राह पर चर्चा करेंगे।


1. World Tourism Day 2025: थीम, इतिहास और महत्व

1.1 थीम: “Tourism and Sustainable Transformation”

2025 की UNWTO द्वारा घोषित थीम Tourism and Sustainable Transformation है, जो दर्शाती है कि अब सिर्फ पर्यावरणीय पर्यटन पर जोर देना पर्याप्त नहीं है — बल्कि पूरी प्रणाली, नीतियाँ, प्रौद्योगिकी, स्थानीय भागीदारी, और पुनरुत्थान (regeneration) पर ध्यान देना होगा। Outlook Traveller+1
Outlook Traveller के अनुसार, इस थीम से यह संदेश मिलता है कि पर्यटन को नए रूप में कल्पित किया जाना चाहिए — प्रतिस्पर्धा (growth) के साथ-साथ न्याय, लचीलापन और पुनरुत्पादकता को शामिल करना। Outlook Traveller

1.2 इतिहास एवं पृष्ठभूमि

World Tourism Day की शुरुआत 27 सितंबर को हुई क्योंकि इसी दिन 1970 में UNWTO की स्‍टैच्यूट (Statutes) अपनाई गई थी। Wikipedia
UNWTO हर साल एक देश को होस्ट घोषित करती है ताकि उस देश में विशेष कार्यक्रम और सम्मेलन हों। Wikipedia
भारत में इस दिन के अवसर पर विभिन्न राज्यों में पर्यटन से जुड़े कार्यक्रम, ऑफर, जागरूकता अभियान आदि चलाए जाते हैं। The Times of India+1

1.3 महत्व

  • यह दिन हमें याद दिलाता है कि पर्यटन न सिर्फ यात्रा और अवकाश है, बल्कि सामाजिक संपर्क, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, रोज़गार सृजन और क्षेत्रीय विकास का एक ज़रूरी हिस्सा है।
  • “सतत परिवर्तन” की दिशा में पर्यटन को फिर से परिभाषित करने का अवसर देता है, ताकि पर्यावरणीय दबाव, आर्थिक असमानताएँ और सामाजिक विस्थापन को हल किया जा सके।
  • भारत जैसे देश में, विविध भौगोलिकता (पहाड़, समुद्र, जंगल, रेगिस्तान) और सांस्कृतिक विरासत है — इसे सही दिशा में उपयोग करना हमें लाभ दे सकता है।

2. भारत में पर्यटन की वर्तमान स्थिति

2.1 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड

  • सतत यात्रा बढ़ रही है: एक रिपोर्ट बताती है कि 73% भारतीय यात्री 2025 में यात्रा की योजना बनाते समय “सततता” (sustainability) को प्राथमिकता देते हैं — यह वैश्विक औसत (लगभग 42%) से बहुत अधिक है। www.ndtv.com+1
  • 2025 में पर्यटन की पुनरुद्धार की दिशा में भारत अग्रसर है। Travel News and Destinations+3CIO Bulletin+3Made-in-China.com+3
  • WTTC (World Travel & Tourism Council) के अनुमान के अनुसार, 2025 तक भारत की travel & tourism industry का योगदान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मिलाकर ₹22 ट्रिलियन तक पहुँचने की संभावना है। CIO Bulletin
  • विदेशी पर्यटक आगमन (inbound tourism) अभी भी COVID-19 पहले के स्तर तक पूरी तरह नहीं लौटा है — चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं। Travel News and Destinations+2Lokmat Times+2
  • भारत की आउटबाउंड (विदेश यात्रा) पर्यटन भी तेजी से बढ़ रही है — 2030 तक यह INR 5.01 ट्रिलियन तक पहुँच सकती है। Yahoo Finance

2.2 प्रमुख राज्य और नई पहलें

  • पश्चिम बंगाल: Raichak में नया Taj Ganga Kutir Resort & Spa खुला है, जो क्षेत्रीय पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देगा। The Times of India
  • महाराष्ट्र (MTDC): World Tourism Day के अवसर पर कई पर्यटन स्थलों में 20% छूट, heritage walks और clean & plastic-free campaigns का आयोजन किया गया है। The Times of India
  • रांची (झारखंड): जिला प्रशासन ने农村 पर्यटन (rural tourism) अभियान शुरू किया है ताकि ग्रामीण कला, संस्कृति और स्थानीय अनुभवों को पर्यटन में शामिल किया जाए। The Times of India
  • नगपुर: heritage walks और cultural कार्यक्रम (garba, सामाजिक जागरूकता अभियान) जैसे कार्यक्रम चलाए गए। The Times of India

2.3 क्षेत्रीय विविधता और अविकासित गंतव्य

  • भारत में कई “offbeat destinations” अब चर्चा में हैं — जैसे ग्रामीण गाँव, पहाड़ी क्षेत्र, जंगल गंतव्य — जो पर्यटकों को भीड़-भाड़ से दूर अनुभव देना चाहते हैं। Moneycontrol
  • लेकिन इन स्थानों में बुनियादी सुविधाओं, ब्रांडिंग, मार्केटिंग और अंतरराष्ट्रीय मान्यता की कमी एक बड़ी बाधा है। Lokmat Times+1

3. चुनौतियाँ — बाधाएं जो पहले हल करनी होंगी

समस्या / बाधाविवरण / उदाहरण
बुनियादी अवसंरचना की कमीबहुत से पर्यटन स्थल सड़क, बिजली, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा, जल आपूर्ति जैसी मूल सुविधाओं से महरूम हैं। Lokmat Times+2Travel News and Destinations+2
वित्तीय संसाधन व निवेश की कमीअवसंरचनात्मक सुधार और पर्यटन प्रोजेक्ट्स को पूंजी की आवश्यकता होती है, जो छोटे प्रदेशों को जुटाना मुश्किल है।
ओवर-टूरिज्म व पर्यावरणीय दबावकुछ लोकप्रिय गंतव्यों पर भारी दबाव है — प्राकृतिक संसाधनों, जल स्रोतों, कचरा प्रबंधन आदि पर प्रभाव पड़ता है। Made-in-China.com+1
सामाजिक और सांस्कृतिक दबावयात्रियों की बड़ी संख्या स्थानीय संस्कृति, धरोहर और जीवनशैली पर दबाव डाल सकती है, जिससे असंतोष और विस्थापन हो सकता है।
मानव संसाधन और कौशल अभावयोग्य गाइड, multilingual कामगार, हॉस्पिटैलिटी सर्विस कर्मी की कमी एक समस्या है।
नियम, लाइसेंस और कानून संबंधी जटिलताएँपर्यावरणीय मंजूरी, भूमि स्वामित्व, स्थानीय स्तर पर अंतर विभागीय समन्वय अक्सर बाधा बन जाते हैं।
सुरक्षा एवं असुरक्षा की चिंताआतंकवाद, सांप्रदायिक तनाव, स्थानीय सुरक्षा की चुनौतियाँ (जैसे 2025 पीहलगाम हमला) पर्यटन को प्रभावित करती हैं। Wikipedia

(उदाहरण: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पीहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिससे क्षेत्र के पर्यटन को बड़ा झटका लगा।) Wikipedia


4. अवसर — कैसे भारत इस ज़माने में आगे बढ़ सकता है

4.1 सतत पर्यटन (Sustainable & Regenerative Tourism)

  • जैसा कि 73% भारतीय यात्री पहले ही बता चुके हैं कि वे सतत विकल्प चुनते हैं, यह एक बड़ा अवसर है। www.ndtv.com+1
  • पर्यटकों को पर्यावरण-अनुकूल कार्यालय, रिसॉर्ट, ऊर्जा बचाने वाले होटल, कचरा प्रबंधन मॉडल देना महत्वपूर्ण है।
  • Agro-tourism (कृषि आधारित पर्यटन) एक नया ट्रेंड है — हाल ही में एक अध्ययन ने उन मुख्य विशेषताओं को पहचाना है, जो सफल agro-tourism केंद्रों में होनी चाहिए। arXiv

4.2 डिजिटल और स्मार्ट पर्यटन

  • AR/VR guided tours, digital maps, geotagging, AI-based personalization — ये सभी तकनीकी साधन अनुभव को बेहतर कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफार्म, डिजिटल मार्केटिंग और वैश्विक reach बढ़ाने वाले ऐप-services की ज़रूरत है।
  • डेटा विश्लेषण (analytics) से यात्रियों की प्रवृत्ति को पहचानकर बेहतर सेवाएं देना संभव है।

4.3 स्थानीय समुदाय और समावेशन

  • ग्रामीण समुदायों, हस्तशिल्पियों, कला व संस्कृति समूहों को पर्यटन श्रृंखला (value chain) में शामिल करना — ताकि लाभ अधिकतर स्थानीय स्तर पर बंटे।
  • स्थानीय पर्यटन संगठनों (community tourism organizations) को सशक्त करना।
  • महिलाएँ, युवाओं को स्थानीय गाइड, होमस्टे संचालन आदि में प्रशिक्षित करना।

4.4 विविधीकृत पर्यटन की श्रेणियाँ

  • Wellness & Holistic Tourism: योग, आयुर्वेद, स्पा, स्वास्थ्य-उन्मुख पर्यटन — भारत की एक विशेष पहचान बन सकती है।
  • Adventure & Eco Tourism: पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, जंगल सफारी, बर्ड वॉचिंग — विशेष रूप से कम प्रसिद्ध क्षेत्रों में।
  • Heritage & Cultural Circuits: UNESCO धरोहर, पुरातात्विक स्थल, संस्कृति-सफर, फेस्टिवल पर्यटन।
  • Rural & Village Tourism: ग्रामीण जीवन, कृषि अनुभव, लोक कला-संस्कृति, स्थानीय भोजन आदि।
  • MICE Tourism (Meetings, Incentives, Conferences, Exhibitions): बड़े व्यापार आयोजन, सम्मेलन, आदि।

4.5 राज्य-स्तरीय मॉडल और उदाहरण

  • महाराष्ट्र Tourism (MTDC) ने छूट, heritage walks, cultural events जैसे कदम उठाए हैं। The Times of India
  • झारखंड का ग्रामीण पर्यटन अभियान — स्थानीय गाँवों में स्वरोज़गार और पर्यटक अनुभव जोड़ने का प्रयास। The Times of India
  • Raichak में Taj Ganga Kutir Resort opening — पर्यटन को स्थानीय अर्थव्यवस्था से जोड़ने का उदाहरण। The Times of India

5. रणनीति: भारत को किस दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए

5.1 नीति और नियमन स्तर

  • केंद्र और राज्य सरकारों को पर्यटन योजनाओं में सततता, पर्यावरण मानदंड, और स्थानीय भागीदारी को अनिवार्य करना चाहिए।
  • Swadesh Darshan Scheme जैसी योजनाओं को और सशक्त करना — यह योजना पर्यटन circuits विकसित करने हेतु है। Wikipedia
  • लाइसेंस, पर्यावरण मंजूरी, भूमि स्वामित्व जैसे जटिलताओं को सरल बनाना।
  • निवेश को प्रोत्साहित करना — विदेशी और घरेलू पर्यटन निवेश को बढ़ावा देना।

5.2 अवसंरचना सुधार

  • बेहतर सड़क, हवाई, रेल और आंतरिक कनेक्टिविटी (last mile connectivity) सुनिश्चित करना।
  • बिजली, जल आपूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधा, नेटवर्क कनेक्टिविटी (इंटरनेट) आदि का विकास।
  • सुरक्षा व्यवस्था: पर्यटन ज़ोन में निगरानी, आपातकालीन सुविधाएँ, और सतर्कता।

5.3 डिजिटल मार्केटिंग और ब्रांडिंग

  • भारत को वैश्विक पर्यटन बाजार में एक “ब्रांड” के रूप में पेश करना — “Brand India” storytelling।
  • सोशल मीडिया, वीडियो कॉन्टेंट, influencers, virtual tours जैसे उपकरणों का उपयोग।
  • ऑफबीट स्थलों का प्रचार — “hidden gems of India” के रूप में।
  • सहयोगी मॉडल: ट्रैवल एजेंसियाँ, स्टार्टअप्स, स्थानीय व्यवसायों को जोड़ना।

5.4 कौशल विकास एवं प्रशिक्षण

  • हॉस्पिटैलिटी, गाइडिंग, भाषा, customer service जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम।
  • युवाओं को पर्यटन एवं होमस्टे सेवा में प्रवृत्त करना।
  • डिजिटल एवं प्रौद्योगिकी कौशल (traveltech, app-development, analytics) को बढ़ावा देना।

5.5 पर्यावरणीय एवं सामाजिक संतुलन

  • पर्यटक संख्या को नियंत्रित करना (quota-based, timed entry) ताकि ओवर-टूरिज्म न हो।
  • कचरा प्रबंधन (waste management), जल संरक्षण, ऊर्जा कुशलता, जैव विविधता सुरक्षा।
  • सामाजिक संवेदनशीलता: स्थानीय संस्कृति, परंपराएँ और स्थानीय जीवनशैली का सम्मान।

6. भविष्य की राह: 2030 और उससे आगे

  • यदि भारत ने सही रणनीति अपनाई, तो पर्यटन क्षेत्र का योगदान GDP में और रोजगार सृजन में बड़े पैमाने पर बढ़ सकता है।
  • टियर 2 / टियर 3 शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन विस्तार — जिससे विकास समग्र होगा।
  • डिजिटल, AI, IoT, मेटावर्स-आधारित अनुभवों के ज़रिए पर्यटन को और आकर्षक बनाया जा सकेगा।
  • भारत विश्व पर्यटन मानचित्र पर “premium sustainable destination” के रूप में उभर सकता है।
  • साझेदारी मॉडल (public-private partnerships), अंतर्राष्ट्रीय सहयोग (जैसे भारत–US पर्यटन सहयोग) और निवेश वृद्धि महत्वपूर्ण होंगी। Modern Diplomacy

निष्कर्ष

World Tourism Day 2025 सिर्फ एक दिन नहीं है — यह एक संदेश है कि हम किस तरह पर्यटन को बदल सकते हैं — न केवल कानूनी, आर्थिक या भौतिक स्तर पर, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय स्तर पर भी। भारत के लिए अवसर बहुत बड़े हैं: विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक संसाधन और युवा जनसंख्या।
लेकिन यह सफलता तभी संभव है जब हमें चुनौतियों का सामना करना पड़े — बुनियादी अवसंरचना, सुरक्षा, नियामक बाधाएँ और स्थानीय भागीदारी।
यदि केंद्र व राज्य योजनाएँ सततता, भागीदारी और नवाचार को मुख्य धारा बनाएँ, तो 2030 तक भारत एक वैश्विक पर्यटन शक्ति बन सकता है।

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