MiG-21 विमानों का सेवानिवृत्ति: एक युग का अंत

लेखक: Many Cubs टीम

परिचय – MiG-21 retirement India 2025

भारतीय वायु सेना (IAF) अपनी प्रतिष्ठित MiG-21 लड़ाकू विमानों को 26 सितंबर 2025 को औपचारिक रूप से सेवामुक्त करेगी। यह कदम न सिर्फ एक तकनीकी बदलाव है, बल्कि एक भावनात्मक विदाई है — छह दशक से अधिक समय तक सेवा देने वाले इस विमानों ने भारत की रक्षा प्रणाली में गहरा योगदान दिया। Wikipedia+3www.ndtv.com+3https://www.oneindia.com/+3

विदाई समारोह चंडीगढ़ एयर बेस पर आयोजित होगा, जिसमें No. 23 स्क्वाड्रन (“Panthers”) द्वारा अंतिम उड़ान भरी जाएगी। www.ndtv.com+2https://www.oneindia.com/+2 Squadron Leader Priya Sharma इस ऐतिहासिक उड़ान में शामिल होंगी। Hindustan Times


1. MiG-21 की सेवा और इतिहास

  • MiG-21 को भारत में 1963 में सेवा में शामिल किया गया था और यह देश की पहली supersonic लड़ाकू विमान श्रेणी बन गया। Wikipedia+2https://www.oneindia.com/+2
  • इसने 1965 और 1971 की भारत-पाक युद्धों, 1999 के कारगिल संघर्ष और 2019 के बालाकोट वायु हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। Navbharat Times+5https://www.oneindia.com/+5www.ndtv.com+5
  • इसके बावजूद, इस विमान को “फ्लाइंग कॉफिन” (Flying Coffin) की छवि भी मिली है, क्योंकि कई दुर्घटनाएँ हुईं। Wikipedia+3Navbharat Times+3Navbharat Times+3

2. विदाई की तैयारी और समारोह

  • विदाई समारोह 26 सितंबर, 2025 को चंडीगढ़ एयर बेस पर होगा। www.ndtv.com+1
  • Squadron Leader Priya Sharma आखिरी उड़ान में शामिल होंगी, वायु सेना का गौरव बढ़ाते हुए। Hindustan Times
  • समारोह में Flypast, पानी की सलामी (water cannon salute) और श्रद्धांजलि कार्यक्रम होंगे। Wikipedia+2www.ndtv.com+2
  • समारोह में रक्षा मंत्री, सेवा प्रमुख, वायु सेना महानिदेशक और अन्य गणमान्यगण उपस्थित होंगे। Hindustan Times+3www.ndtv.com+3https://www.oneindia.com/+3

3. कारण और चुनौतियाँ

3.1 पुरानी संरचना और सुरक्षा चिंताएँ

MiG-21 विमानों को नियमित रूप से मेंटेन करना महँगा और तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण हो गया है। उम्र बढ़ने के कारण तकनीकी खराबियाँ बढ़ीं। militarywatchmagazine.com+3Wikipedia+3https://www.oneindia.com/+3

3.2 आधुनिक विमानों की कमी

India ने Tejas Mk-1A जैसे indigenous aircraft को बढ़ावा देना शुरू किया है। परंतु विनिर्माण और सहभागिता की देरी ने MiG-21 को और समय सेवा में रखना पड़ा। www.ndtv.com+4The Hans India+4Wikipedia+4
IAF को अभी कम squadron strength से जूझना पड़ रहा है। Wikipedia+2Wikipedia+2

3.3 भावनात्मक और रणनीतिक प्रभाव

MiG-21 की विदाई एक युग का अंत है। यह सैन्य इतिहास और वायु शक्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। www.ndtv.com+4Navbharat Times+4The Times of India+4
इसके अलावा, नए jets को सक्रिय करने और gap को भरने का दबाव रहेगा। Wikipedia+3Wikipedia+3militarywatchmagazine.com+3


4. आगे का रास्ता और विकल्प

  • IAF 114 multi-role विमानों के लिए global bids लेने का प्रस्ताव कर रहा है। Reuters
  • Indigenous jets जैसे Tejas Mk-1A/Mk-2 को तेजी से डिलीवरी देना पड़ेगा। Wikipedia+1
  • Modernization plan, squadron restructuring और परिचालन क्षमता बढ़ाना अनिवार्य है। Wikipedia+1
  • सुरक्षा, training, maintenance protocols को नयी तकनीकों के अनुसार अपडेट करना होगा।

निष्कर्ष

MiG-21 की विदाई सिर्फ़ एक विमान की सेवा सेवानिवृत्ति नहीं है; यह भारत की वायु शक्ति के स्वरूप में बदलाव की निशानी है। नए विमानों और रणनीतियों के साथ भारत आगे बढ़ेगा, लेकिन यह अध्याय हमेशा स्मृतियों में रहेगा।

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