भारत को 2030 तक 7–8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में शिक्षा और टेक्नोलॉजी की भूमिका

परिचय India economy 2030 education technology

भारत अब तेजी से उस मुकाम की ओर बढ़ रहा है जहाँ उसकी अर्थव्यवस्था $7-8 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब ₹500-₹600 लाख करोड़ रुपये (वर्तमान विनिमय दरों पर) तक पहुंच सकती है। IMF, Deloitte, IAMAI जैसे रिपोर्टों के अनुसार, शिक्षा (Education) और टेक्नोलॉजी (Technology, विशेषकर EdTech, AI, Digital Infrastructure) की भूमिका इस लक्ष्य के लिए केंद्रित होगी। लेकिन इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। इस लेख में देखेंगें कि शिक्षा और टेक्नोलॉजी किन रास्तों से भारत को 2030 तक आर्थिक महाशक्ति बना सकते हैं, और किन बाधाओं को पार करना होगा।


1. शिक्षा व टेक्नोलॉजी की वर्तमान स्थिति और रुझान

1.1 EdTech बाजार का विस्तार

  • Internet and Mobile Association of India (IAMAI) व Grant Thornton Bharat के अनुसार, भारत की EdTech मार्केट फिलहाल लगभग US$ 7.5 अरब की है और यह US$ 29 अरब तक पहुँचने की उम्मीद है 2030 तक। The Economic Times
  • उसी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में EdTech का GDP में योगदान करीब 0.1% था, जो 2029-30 में लगभग 0.4% तक पहुंचने की संभावना है। ETCFO.com+1
  • Grand View Research की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत की शिक्षा-प्रौद्योगिकी (education technology) मार्केट का रेवेन्यू 2023 में ~US$ 5,552.3 मिलियन था, और CAGR (2024-2030) लगभग 17.3% रहने का अनुमान है, जिससे यह मार्केट 2030 तक ~US$ 17,003.7 मिलियन तक पहुँचने का अनुमान है। Grand View Research

1.2 डिजिटल अर्थव्यवस्था और टेक्नोलॉजी का योगदान

  • PIB की रिपोर्ट “Future Ready: India’s Digital Economy to Contribute One-Fifth of National Income by 2029-30” के अनुसार, भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था लगभग 20% राष्ट्रीय आय (GDP) में योगदान देगी 2029-30 तक। वर्तमान में डिजिटल प्लेटफार्म, ICT सेवाएँ आदि मिलकर देश की GDP में ~ 11.7% योगदान कर रही हैं। Press Information Bureau
  • Deloitte का “India Economic Outlook, August 2025” रिपोर्ट कहती है कि EdTech Innovation, AI, डेटा साइंस और cloud-computing में अभिरुचि बढ़ने से देश में टेक्नोलॉजी-स्किल्ड workforce और global capability centers (GCCs) की संख्या में वृद्धि हो रही है। Deloitte

2. शिक्षा और टेक्नोलॉजी से भारत कैसे आगे बढ़ सकता है: अवसर

2.1 कौशल विकास (Skilling) और रोजगार सृजन

  • नए तकनीकी कौशल जैसे AI, डेटा साइंस, क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सुरक्षा आदि में प्रशिक्षण डेटा है कि भारत में STEM और AI-स्किल्ड टैलेंट तेजी से बढ़ रहा है। Deloitte रिपोर्ट कहती है कि वर्ष में लगभग 2.5 मिलियन STEM स्नातक भारत में तैयार हो रहे हैं, जो एक बड़ी पूँजी है। Deloitte
  • Global Capability Centers (GCCs) भारत में वृद्धि कर रहे हैं, जो R&D, product design, डेटा एनालिटिक्स आदि सेवाएँ प्रदान करते हैं। इनसे रोजगार के अवसरों की संख्या बढ़ेगी और टेक्नोलॉजी निवेश को आकर्षित किया जाएगा। Deloitte

2.2 शिक्षा प्रणाली का सुधार और पहुँच

  • शिक्षा-नीति (Policy) में NEP 2020 की भूमिका महत्वपूर्ण है, जो पाठ्यक्रम में skills-based शिक्षा और technology-enabled शिक्षण विधियाँ बढ़ाने की बात करती है। (NEP 2020 रिपोर्ट से) Deloitte+1
  • डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, इंटरनेट पहुँच, सस्ते डेटा और मोबाइल उपकरणों की उपलब्धता, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा-तक पहुँच में सुधार हो रहा है, जिससे शिक्षा-तक्नोलॉजी का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। EdTech प्लेटफार्मों द्वारा localized content, hybrid learning मॉडलों की स्वीकार्यता बढ़ रही है। The Economic Times+1

2.3 टेक्नोलॉजी नवाचार (Innovation) एवं डिजिटल अर्थव्यवस्था

  • GenAI, मशीन लर्निंग, ऑटोमेशन नए अवसर खोल रहे हैं; Deloitte की रिपोर्ट बताती है कि GenAI और GCCs मिलकर 2030 तक भारत की GDP में $359-$438 अरब तक का योगदान कर सकते हैं। Business Standard
  • Digital economy के प्लेटफार्म और डिजिटल इंटरमीडियरी सेवाएँ जैसे fintech, e-commerce, online education, healthtech आदि तेजी से बढ़ रहे हैं। ये सेक्टर पारंपरिक अर्थव्यवस्था से अधिक तेज़ी से digitalization के आधार पर निरंतर विस्तार कर रहे हैं। OpenGov Asia+3Press Information Bureau+3India Brand Equity Foundation+3

3. चुनौतियाँ

3.1 कौशल और मानव संसाधन का अंतर (Skill Gap)

  • बहुत से युवा STEM क्षेत्र से स्नातक होते हैं लेकिन उद्योग की आवश्यकता अनुसार कौशल उनकी क्षमता पूरी तरह से पूरा नहीं कर पाते। Deloitte और अन्य रिपोर्ट्स में यह संकेत है कि उद्योग-मांग व शिक्षा प्रणाली के बीच तालमेल कम है। Deloitte+1
  • विशेषकर rural/tier-2/3 क्षेत्रों में digital शिक्षण संसाधन कम हैं, शिक्षक प्रशिक्षण की कमी है।

3.2 वित्तीय निवेश और नीति सुनिश्चितता की ज़रूरत

  • EdTech प्लेटफार्मों को निवेश मिला है लेकिन governance, user experience, pedagogy, गुणवत्ता सुनिश्चित करने की चुनौतियाँ हैं। IAMAI / Grant Thornton रिपोर्ट में यह उल्लेख है कि funding fluctuations और regulation gap हैं। The Economic Times
  • डिजिटल अर्थव्यवस्था और AI adoption के लिए उच्च गति में broadband, cloud infrastructure, R&D निवेश, और नीति समर्थन जरूरी है।

3.3 असमान पहुँच और डिजिटल विभाजन (Digital Divide)

  • डिजिटल संसाधन, उपकरण, इंटरनेट उपलब्धता और मॉडर्न शिक्षण माध्यमों की पहुँच में शहरी-ग्रामीण, भाषा-भाषी, आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों के बीच अंतर है।
  • शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षकों की क्षमता का अनुमानशुदा निर्धारण करना होगा जिससे ‘access’ से ‘outcome’ में सुधार हो सके।

4. कैसे रणनीतियाँ अपनायी जाएँ ताकि शिक्षा व टेक्नोलॉजी से $7-8 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था संभव हो सके

  1. नीति-समर्थन (Policy Support) बढ़ाएँ
    • सरकार को EdTech और AI पेशेवरों हेतु regulated, quality-standards स्थापित करने चाहिए।
    • शिक्षा नीति में STEM, AI, डेटा साइंस को प्राथमिकता दें। NEP-2020 के प्रावधानों को तीव्रता से लागू करें।
  2. इन्फ्रास्ट्रक्चर व डिजिटल पहुँच सुनिश्चित करना
    • सभी शैक्षणिक संस्थानों में इंटरनेट-ब्रॉडबैंड, cloud facilities, digital tools हो।
    • remote & rural क्षेत्रों में digital labs, Atal Innovation Labs आदि केंद्रों की संख्या बढ़े।
  3. Skill India और पुनः कौशल (Reskilling) कार्यक्रमों का विस्तार
    • कार्यरत कर्मचारियों, शिक्षकों आदि के लिए नियमित training और certification प्रोग्राम।
    • उद्योग-शिक्षा भागीदारी (industry-academia partnerships) बढ़ाएँ।
  4. EdTech प्लेटफार्मों और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन
    • localized content, regional भाषा, AI personalisation, hybrid learning मॉडल बढ़ाएँ।
    • निवेश प्रोत्साहन (tax incentives), seed funding और incubation केंद्र बढ़ाएँ।
  5. नवाचार और R&D निवेश
    • AI, मशीन लर्निंग, quantum computing, biotechnology आदि में शोध-विकास को बढ़ावा दें।
    • Global Capability Centers (GCC) को बढ़ावा देना ताकि फॉर्च्यून 500 कंपनियाँ भारत से innovation hubs चलाएँ।

निष्कर्ष

2025 सरल नहीं है, लेकिन यदि शिक्षा एवं तकनीकी बदलाव योजनाबद्ध, समावेशी, और गुणवत्ता-आधारित हों, तो भारत $7-8 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में मजबूत कदम उठा सकता है। टेक्नोलॉजी और शिक्षा के जरिए न केवल GDP वृद्धि होगी, बल्कि रोजगार, समावेशन (inclusion), और वैश्विक प्रतिस्पर्धा (global competitiveness) का स्तर भी ऊँचा होगा।


स्रोत / क्रेडिट

  • ETtech / Economic Times: “India’s edtech market set to reach $29 billion by 2030: report” The Economic Times
  • IAMAI & Grant Thornton Bharat: EdTech contribution projections ETCFO.com+1
  • PIB: “Future Ready: India’s Digital Economy to Contribute One-Fifth of National Income by 2029-30” Press Information Bureau
  • Deloitte: “India Economic Outlook, August 2025” Deloitte
  • Grand View Research: India Education Technology Market Size & Outlook, 2030 Grand View Research
  • Business Standard / other news: GenAI & GCCs boosting GDP Business Standard

Leave a Comment