Important Day : राष्ट्रीय पक्षी दिवस | National Bird Day

राष्ट्रीय पक्षी दिवस (National Bird Day)

राष्ट्रीय पक्षी दिवस हर साल 5 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन पक्षियों के महत्व को बढ़ावा देने और उनकी संरक्षण की जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन कई प्रकार के सार्वजनिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिनका मुख्य उद्देश्य पक्षियों के संरक्षण और सुरक्षा की बढ़ावा देना है।

राष्ट्रीय पक्षी दिवस का आयोजन भारत सरकार के वन्यजन्तु संरक्षण महक्षेत्र में होता है और यह एक महत्वपूर्ण दिन है। जब लोग पक्षियों के महत्व को समझते हैं और उनके संरक्षण के लिए उत्साहित होते हैं। इस दिन समारोहों, प्रदर्शनीयों, विशेष चर्चा सत्रों, और शिक्षा कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जो लोगों को पक्षियों के प्रति जागरूक करने के लिए किया जाता है।

राष्ट्रीय पक्षी दिवस के माध्यम से लोगों को पक्षियों के सही संरक्षण, उनके बारे में जागरूकता, और उनके प्राकृतिक संरक्षण की जरूरत के बारे में शिक्षित किया जाता है। इसके अलावा, लोग अपने आस-पास के पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए भी प्रेरित होते हैं, ताकि पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवासों में सुरक्षित और स्वस्थ रहने में मदद मिले।

बॉर्न फ्री यूएसए क्या है? (What is Born Free USA?)

“बॉर्न फ्री यूएसए” (Born Free USA) एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो वन्यजन्तु संरक्षण और उनके न्यायिक, नैतिक और वातावरणीय हक की रक्षा के लिए काम करता है। इस संगठन का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है और यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वन्यजन्तु संरक्षण को बढ़ावा देने का कार्य करता है।

बॉर्न फ्री यूएसए की मुख्य उद्देश्यों में से एक है वन्यजन्तुओं  को बचाना और उनके प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा करना है। इसके लिए यह संगठन विभिन्न प्रकार के अवसादी और उग्रवादी कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाता है।

इसके अलावा, बॉर्न फ्री यूएसए ने यूनाइटेड स्टेट्स में बने सर्कसों में हाथियों के उपयोग के खिलाफ भी कई पहलूओं में योजनाएं चलाई हैं। इस संगठन का कार्य वन्यजन्तु संरक्षण के क्षेत्र में अपने उदार दृष्टिकोण के लिए भी पहचाना जाता है।

भारत में राष्ट्रीय पक्षी दिवस कब मनाया जाता है? (When is National Bird Day celebrated in India?)

सालिम मुईनुद्दीन अब्दुल अली जिनका जन्म 12 नवंम्बर 1896 में हुआ और मृत्यु 20 जुन 1987 में हुई। वे एक भारतीय पक्षी विज्ञानी और प्रकृतिवादी थे। उन्हें “भारत के बर्डमैन” के रूप में जाना जाता है, सालिम अली भारत के ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारत भर में व्यवस्थित रूप से पक्षी सर्वेक्षण का आयोजन किया और पक्षियों पर लिखी उनकी किताबों ने भारत में पक्षी-विज्ञान के विकास में काफी मदद की है। 1976 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से उन्हें सम्मानित किया गया। उन्हें भारत में पक्षी मानव के नाम से भी जाना जाता है, परिणाम स्वरूप इन्हीं के जन्मदिन के दिन को भारत का राष्ट्रीय पक्षी दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय पक्षी दिवस का इतिहास (History of National Bird Day)

बॉर्न फ्री यूएसए ने साल 2002 में पहली बार राष्ट्रीय पक्षी दिवस मनाने की शुरूआत की थी, उसके बाद अन्य राष्ट्रो ने भी इस दिन राष्ट्रीय पक्षी दिवस मनाना शुरू कर दिया।

इसका मुख्य उद्देश्य भारत के विभिन्न हिस्सों में बढ़ती जाने वाली पक्षियों की संरक्षण योजनाओं को प्रमोट करना है। इसे हर वर्ष 5 जनवरी को मनाने का निर्णय किया गया है, क्योंकि इस दिन विश्व भर में पक्षियों की संरक्षण के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किया जाता है।

इस दिन विभिन्न क्षेत्रों में पक्षियों के संरक्षण पर संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें वन्यजन्तु अध्ययन, संरक्षण के लिए योजनाएं, और शिक्षा कार्यक्रम शामिल होते हैं। इसके माध्यम से लोगों को पक्षियों के महत्व के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाता है ताकि उन्हें सही से संरक्षित किया जा सके।

राष्ट्रीय पक्षी दिवस के माध्यम से भारत सरकार और संबंधित संगठनों ने पक्षियों के संरक्षण में लोगों को भागीदार बनाने का प्रयास किया है और इसे लोगों के बीच एक सामाजिक जागरूकता सृष्टि करने का माध्यम बनाया गया है।

पक्षी मानव के लिए क्यों जरूरी हैं? (Why are Birds Important for Humans?)


पक्षी मानव के लिए विभिन्न कारणों से जरूरी हैं, जैसे-

बायोडाइवर्सिटी का संरक्षण – पक्षी पृथ्वी पर मौजूद जीव जंतुओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से हैं और इनका संरक्षण बायोडाइवर्सिटी की रक्षा करने में मदद करता है।

प्राकृतिक उर्वरक निर्माण में सहारा – पक्षियों के गुण सामग्री बनाने में बहुत से उर्वरकों का निर्माण में मदद करते हैं, जिससे कि खेती में उत्पादकता बढ़ती है और लोगों को स्वस्थ आहार मिलता है।

बीज बोने में सहायक – कई पक्षी वन्यजन्तु संरक्षण क्षेत्रों में बीज बोने में सहायक होते हैं, जिससे वन्यजन्तु संरक्षण में मदद होती है।

दूरसंचार परिवहन – कुछ पक्षी बड़ी ऊँचाई में बहूत दूरी तक तेजी से उड़ सकते हैं और इसे लोगों के लिए एक विशेष तरीके से दूरसंचार और परिवहन के लिए बनाया जा सकता ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार पक्षियों को पत्राचार के लिए शायद उपयोग भी किया जाता था।

पर्यावरण संरक्षण – पक्षी प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय तंत्रों को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं, परिणाम स्वरूप पक्षी पृथ्वी के प्राकृतिक रूप को सुरक्षित रखने में सहायक होते हैं।

इनके अलावा भी कई अन्य कारण हैं, जिनसे पक्षियों का मानव जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। परिणाम स्वरूप पक्षियों का संरक्षण बहुत ज़रूरी है।


By Sunaina

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