Study Material NCERT Class-7 Chapter 2 स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका | Role of Government in Health

ईकाई दो –  अध्याय 2 स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका | svaasthy mein sarakaar kee bhoomika

स्वास्थ्य संबन्धी महत्वपूर्ण शब्दों का अर्थ (Meaning of Important Health Terms)

सार्वजनिक – वह सेवा या कार्य, जो देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए किया जाता है, यह कार्य मुख्य रूप से सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है। इसमें स्कूल, अस्पताल, टेलीफोन सेवाएँ आदि शामिल हैं। नगरिक इन सेवाओं की माँग कर सकते हैं, यदि संस्थाएँ ठीक से काम नहीं करतीं, तो सवाल भी उठा सकते हैं।

निजी – वह सेवा या कार्य, जो किसी व्यक्ति या कंपनी द्वारा अपने निजी मुनाफ़े के लिए आयोजित किया जाता है।

चिकित्सा पर्यटक – ये वे विदेशी पर्यटक हैं, जो इस देश के उन अस्पतालों में अपना इलाज कराने के लिए विशेष रूप से यहाँ आते हैं, जहाँ उन्हें अपने देश की तुलना में बहुत कम मूल्य पर विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्राप्त हो जाती हैं।

संचारणीय बीमारियाँ – ये वे बीमारियाँ हैं, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को कई माध्यमों से संचारित हो जाती हैं, जैसे- पानी, भोजन, हवा इत्यादि।

ओ पी डी – यह ‘आउट पेशेंट डिपार्टमेंट’ या ‘बाह्य रोगी विभाग’ का संक्षिप्त रूप है। अस्पताल में किसी विशेष वार्ड में भर्ती होने से पहले रोगी ओ पी डी में अपना उपचार करवाते हैं, यदि रोगी गम्भीर रूप से बीमार है तो उसे वार्ड में भर्ती कराया जाता है।

जेनेरिक नाम – दवाइयों के रसायनिक नाम। वे दवाइयों में प्रयुक्त सामग्रियों की पहचान करने में मदद करते हैं। वे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं। उदाहरण के लिए, एसिटाइल सालिसैलिक एसिड एस्पिरिन का जेनेरिक नाम है।

स्वास्थ्य का क्या अर्थ है? (What is the Meaning of Health?)

स्वास्थ्य शब्द से हमारे शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण का संबंध होता है। यह हमारे शरीर के सभी अंगों व तंत्रिकाओं के संतुलन और समन्वय को संकेत करता है। स्वस्थ रहने से हमारी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहता है, हम शारीरिक और मानसिक रूप से सक्रिय रहते हैं और दिनचर्या के दौरान समस्त कार्यों को पूरा करने का क्षमता मिलती है।

स्वास्थ्य से शारीरिक समता बढ़ती है, जिससे व्यक्ति की मानसिक रूप से स्थिर रहता है परिणाम स्वरूप सामाज समृद्धि की ओर अग्रसर रहता है।

स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका क्या है? (What is the Role of Government in Health?)

स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार के पास समाज के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा करने की जिम्मेदारी होती है और वह निम्नलिखित तरीकों से स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करती है-

स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन – सरकार अस्पताल, चिकित्सा केंद्र, और स्वास्थ्य क्लिनिक जैसे स्वास्थ्य संस्थानों का प्रबंधन करती है। यह संस्थान लोगों को विभिन्न रोगों के लिए उच्चतम चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करते हैं।

ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएँ – सरकार गांवों में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाती है। इसमें स्वास्थ्य केंद्र, बाल रोग निदान, मातृत्व संरक्षण, और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को सस्ती या मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने का शामिल होता है।

वैश्विक रोग नियंत्रण – सरकार विभिन्न वैश्विक रोग जागरूकता कार्यक्रम चलाती है, जिसमें विभिन्न बीमारियों के लक्षण और उनके बचाव के तरीकों के बारे में जनता को जागरूक किया जाता है।

औषधीय विकास – सरकार औषधीय विकास और चिकित्सा शोध को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न संस्थान, जो नई औषधियों का विकास करते हैं और सस्ती दवाओं को लोगों के लिए उपलब्ध कराते हैं।

स्वास्थ्य नीतियों का निर्माण – सरकार विभिन्न स्वास्थ्य संबन्धी नीतियों का निर्माण समय-समय पर संसार में मौजूद बिमारियों के अनुसार करती रहती है।

भारत में स्वास्थ्य सेवाएँ कैसी हैं? (How are the Health Services in India?)

भारत में स्वास्थ सेवाएँ विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध हैं और यहां विविधता होती है। जैसे-

सरकारी अस्पताल – भारत में सरकार द्वारा संचालित अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र हैं जो लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करते हैं। यह शहर व गांव में स्थित होते हैं, लेकिन गाँव में अस्पताल दूर होते हैं, पूर्ण रूप से अस्पतालों में सुविधा नहीं होती परिणाम स्वरूप नगरिको को इलाज के लिए गाँव से शहर की ओर पलायन करना पड़ता है।

निजी अस्पताल – भारत में निजी अस्पताल भी उपलब्ध हैं जो विभिन्न चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं। ये आम तौर पर शहरों में स्थित होते हैं और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करते हैं परिणाम स्वरूप इलाज यहाँ इलाज करवाना प्रत्येक रोगी के लिए संभव नहीं है।

गाँवों में स्वास्थ्य सेवाएँ – भारत के गांवों में स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने की कई योजनाएँ हैं। सरकार द्वारा चलाई जाने वाली ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा योजना गांवों में स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करने और लोगों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने के लिए कार्य कर रही हैं।

स्वास्थ्य संचार कार्यक्रम – सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य संचार कार्यक्रम जनता को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करते हैं। इसके तहत वैश्विक रोग जागरूकता, परिवार नियोजन, बाल संरक्षण, खानपान योजनाएँ आदि शामिल होती हैं।

आधुनिक तकनीक – भारत में आधुनिक तकनीक का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं में होता है। डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स, वीडियो कॉन्सल्टेशन, ई-फार्मेसी इत्यादि।

स्वास्थ्य जागरूकता – स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम लोगों को स्वस्थ रहने के महत्वपूर्ण टिप्स, बीमारियों के लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी देकर नगरिकों को जागरूक किया जाता हैं।

सार्वजानिक स्वास्थ्य सेवाओं का क्या अर्थ है? (What is Meant by Public Health Services?)

सार्वजानिक स्वास्थ सेवाएँ उन स्वास्थ्य सेवाओं को रेखांकित करती हैं, जो सरकार द्वारा समाज के प्रत्येक नगरिकों के लिए प्रदान की जाती हैं। सार्वजानिक स्वास्थ सेवाएँ समाज के सभी वर्गों को समान रूप से लाभ पहुँचाने का प्रयास करती हैं, विशेष रूप से उन लोगों को जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है।

इन सेवाओं का अधिकांश खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है, जिससे वे मुफ्त या कम खर्चे पर इलाज किया जाता है। सार्वजानिक स्वास्थ सेवाएँ विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध होती हैं, जैसे सरकारी अस्पताल, चिकित्सा केंद्र, स्वास्थ्य क्लिनिक, और गांवों में स्वास्थ्य कार्यक्रम। ये सेवाएँ विभिन्न चिकित्सा सेवाएँ, दवाएँ, नियंत्रण, उपचार और जागरूकता प्रदान करती हैं।

सार्वजानिक स्वास्थ सेवाएँ एक समरस प्रणाली का हिस्सा हैं, जो समाज के सभी सदस्यों के लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करती हैं परिणाम स्वरूप स्वस्थ समाज का निर्माण करती हैं।

निजी स्वास्थ्य सेवाओं का क्या अर्थ है? (What is Meant by Private Health Services?)

निजी स्वास्थ सेवाएँ वे स्वास्थ्य सेवाएँ होती हैं, जो निजी संस्थानों अर्थात निजी अस्पताल द्वारा प्रदान की जाती हैं। इन सेवाओं का मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदान करना होता है जो व्यक्ति के व्यक्तिगत स्वास्थ्य और चिकित्सा की जरूरतों को पूरा करती हैं।

निजी स्वास्थ सेवाएँ आम तौर पर विभिन्न शहरों और नगरों में स्थित होती हैं और अस्पताल, निजी चिकित्सा केंद्र, नर्सिंग होम, रोग निदान केंद्र, फिजियोथेरेपी क्लिनिक, दवा दुकानें आदि इसमें शामिल हैं। ये सेवाएँ बाजार द्वारा उपलब्ध होती हैं और इन्हें अधिकतर निजी व्यक्तियों या संस्थानों द्वारा उपयोग किया जाता है।

निजी स्वास्थ सेवाएँ उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करती हैं और अक्सर भारी मूल्य (खर्च) पर प्रदान की जाती हैं। ये सेवाएँ विशेषज्ञ चिकित्सा प्रदाताओं, उच्चतर मेडिकल उपकरणों, नवीनतम चिकित्सा तकनीकों और सुख सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं।

निजी स्वास्थ सेवाएँ व्यक्ति के आर्थिक स्तर और विकल्पों के अनुसार होती हैं। वे व्यक्ति को उनकी आवश्यकताओं और पसंद के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती हैं और अक्सर शास्त्रीय या प्राकृतिक चिकित्सा तकनीकों के साथ उपचार करती हैं।

क्या समाज के प्रत्येकि नगरिक के लिए समान स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध है? (Are Equal Health Services Available to Every Citizen of the Society?)

समाज के प्रत्येक नागरिक के लिए समान स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध नहीं हैं। स्वास्थ्य सेवाएँ विभिन्न कारणों से अलग-अलग तरीकों से प्रदान की जाती हैं और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, जगह और समय के अनुसार भिन्न होती हैं।

शहरों में विकसित क्षेत्रों में सार्वजानिक अस्पताल और सरकारी स्वास्थ्य केंद्र उपलब्ध होते हैं जो मुफ्त या सब्सिडी चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करते हैं। वहीं, नगर और गांव के गरीब वर्ग के लोगों को निजी स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने में समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

निजी स्वास्थ्य सेवाएँ अक्सर शहरों में विकसित होती हैं परिणाम स्वरूप अर्थिक रूप से मज़बूत लोग ही इन सेवाओं का उपयोग कर पाते हैं, गरीब वर्ग के लोगों को इन सेवाओं का लाभ नहीं मिलता है। साथ ही, गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी होती है, जो लोगों को उच्चतर स्तर की चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने से वंचित करती है।

परिणाम स्वरूप भारत में समाज के प्रत्येक नागरिकों के लिए समान स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध नहीं हैं और इसमें असमानता देखी जाती है। स्वास्थ्य सेवाओं की समान उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कार्य किया जाना आवश्यक है।


by Sunaina

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