राजेश – सुनीता में ज़रा बाजार से सामान ले कर आता हूँ।
सुनीता – जी अच्छा।
राजेश – क्या हुआ? तबियत ठीक है तुम्हारी?
सुनीता – पता नहीं रात से पूरे शरीर में दर्द हो रहा है।
स्वीटी – पापा मुझे भी परसो रात से पूरे शरीर में दर्द हो रहा है।
राजेश ये सब सुन कर बहुत परेशान हो जाता है और उस रात वह पूरी रात वह जाग कर निकलता है। अगले दिन वह काम पर जाता है तो उसका दोस्त सलीम उसको पूछता है।
सलीम – क्या बात है राजेश? लगता है जैसे तेरी नींद पूरी नहीं हुई। क्या बात है दोस्त?
राजेश – क्या बताऊ सलीम भाई।
ऐसा कहते ही राजेश की आँखों में आंसू आ जाते है और वह सारी कहानी सलीम को बताता है।
सलीम – एक काम कर मुझे अपने घर ले चल।
राजेश सलीम को अपने घर ले कर जाता है। सलीम जैसे ही उसके घर में प्रवेश करता है। अचानक तेज़ हवा चलना शुरू हो जाती है और सारे घर का सामान गिरना शुरू हो जाता है।
राजेश – सलीम ये क्या हो रहा है?
सलीम – फ़िक्र मत करो मैं हूँ न
कुछ देर बाद एक आवाज़ आती है।
चुड़ैल – क्यों आये हो तुम यहाँ?
सलीम – अपने भाई की मदद करने
चुड़ैल – ये घर मेरा है। बरसो से में इस घर में रह रही हूँ। और कोई नहीं आ सकता यहाँ पर।
सलीम – अच्छा ठीक है। तुमको कौन माना कर रहा है। लेकिन तुम अकेले इतने बड़े घर में।
चुड़ैल – हाँ क्योकि मैंने इसी घर में जान दी थी। वो जो दिवार देख रहे हो। उसके पीछे रहती हूँ मैं।
ऐसा कहते ही सलीम राजेश को बोल कर उस दिवार को तुड़वा देता है। उस दिवार में एक पिंजर मिलता है।
सलीम और राजेश उस पिंजर को एक जंगल में जा कर जला देते है। उस दिन के बाद उस घर से उस चुड़ैल का साया हमेशा के लिए चला जाता है।
और कुछ दिन बाद स्वीटी के एक भाई का जन्म होता है।
और पूरा परिवार अब ख़ुशी ख़ुशी रहता है। लेकिन एक रात।
चुड़ैल – चुड़ैल हा हा हा हा तुमको क्या लगा में चली गई । ये अभी सो रहे है। सोने दो बेचारों को | मैँ फिर से आउंगी और जो मेरे रास्ते में आएगा उसको परेशान करुँगी। इस चैनल को सब्सक्राइब जरूर करना और नीचे कमेंट में बताना कैसी लगी ये कहानी हा हा हा हां
फिर मिलते है हा हा हा हा हा हा