लंबी उम्र जीने और स्वस्थ रहने के लिए फॉलो करें आयुर्वेद के ये सुझाव

लंबी उम्र जीने और स्वस्थ रहने के लिए फॉलो करें आयुर्वेद के ये सुझाव

आयुर्वेद एक बार फिर से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। बिगड़ी लाइफस्टाइल को ट्रैक पर लाना चाहते हैं और स्वस्थ लंबी लाइफ जीना चाहते हैं तो ये टिप्स फॉलो कर सकते हैं।

सूरज निकलने से पहले उठें

आयुर्वेद में जोर दिया जाता है कि आप सूर्योदय से पहले उठें ताकि आपकी बॉडी साइकल सन साइकल के सिंक में रहे। सुबह के वक्त वातावरण शुद्ध रहता है और आपको प्रकृति करीब सुकून भरे कुछ पल भी बिताने को मिलता है। आप उठकर बाहर टहलने जाएं। अगर संभव नहीं है तो कमरे के अंदर भी योग या एक्सरसाइज कर सकते हैं।

हेल्दी और बैलेंस्ड डायट

आयुर्वेद में बैलेंस्ड डायट खाने की सलाह दी जाती है। आपके खाने में हर तरह के पोषक तत्व और स्वाद शामिल होने चाहिए। हमेशा सीजनल और आपके इलाके में उगाये जाने वाले फल सब्जियां खाएं। कोशिश करें कि सूर्यास्त तक खाना खा लें। ऐसा न हो पाए तो 8 बजे के बाद खाना न खाएं।

मसाले

मेथी, हींग, जीरा, हल्दी, सौंफ, धनिया, काली मिर्च, लौंग दाल चीनी, इलायची जैसे कई मसालों आयुर्वेद में फायदेमंद बताए गए हैं। अपनी डायट में इनको जरूर शामिल करें।

घी

आयुर्वेद में गाय के घी के कई फायदे बताए गए हैं। यह इम्यूनिटी बढ़ाता है, स्किन अच्छी करता है, दिमाग के लिए अच्छा होता है और बॉडी फ्लूड्स बनाता है।

मसाज

आयुर्वेद में रोजाना मसाज करने के कई फायदे बताए गए हैं। यह आपके शरीर के दोष दोर करती है, स्ट्रेस कम करती है, रक्त संचार बढ़ाती है जिससे प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत रता है और आपके कई अंगों को पोषित करती है। सोकर उठने के बाद नहाने से पहले मसाज करना बेस्ट है।

बॉडी डिटॉक्स

आयुर्वेद में व्रत का महत्व भी बताया गया है। फास्टिंग आपके शरीर की अनहेल्दी सेल्स को खत्म करता है। वहीं खाने में ज्यादा से ज्यादा ऐंटीऑक्सीडेंट्स आपके सिस्टम को क्लीन करते हैं। इसके लिए आप नींबू, अदरक, मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियां डायट में शामिल करें।

नींद

पर्याप्त नींद शरीर और दिमाग दोनों के लिए अच्छा है। आप सोने और खाने के बीच 2 से 3 घंटे का गैप रखें। 10 बजे तक हर हाल में सो जाएं। इसके लिए आपको गैजेट्स से भी दूरी बनानी होगी।

हम जो खाते हैं, जो सोचते हैं, जैसे माहौल में रहते हैं, जैसी दिनचर्या होती है उस पर हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ निर्भर करती है।

आयुर्वेद ऐसा विज्ञान है जो इन सब में संयम और संतुलन बरतने की सलाह देता है।

केमिकल्स के शरीर पर दुष्प्रभाव को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा लोग अब आयुर्वेदिक उपचारों की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। अगर आप लंबी उम्र जीना चाहते हैं और स्वस्थ जिंदगी जीना चाहते हैं तो आयुर्वेद के सुझाए ये तरीके अपना सकते हैं।