

Shark Tank India judge Vineeta Singh gets panic attack, know symptoms, causes and prevention tips of attack
पैनिक अटैक क्या है?
पैनिक अटैक वास्तव में एक डर है। जब आप किसी वजह से डरते हैं, तो आपको उससे अचानक अटैक आ सकता है यह धीरे-धीरे डर के बढ़ने से आ सकता है। दरअसल डर के दौरान आपका शरीर प्रतिक्रिया देता है और इस वजह से आपको बहुत पसीना आ सकता है, सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और ऐसा महसूस हो सकता है कि आपका दिल दौड़ रहा है। हालांकि पैनिक अटैक अपने आप में खतरनाक या आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते हैं, बार-बार होने से आपको खतरा हो सकता है।
पैनिक अटैक कितना खतरनाक
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, पैनिक अटैक के लक्षण खतरनाक नहीं होते, लेकिन बहुत डरावने होते हैं। इससे आपको ऐसा महसूस हो सकता है जैसे कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, या आप गिरने वाले हैं या मरने वाले हैं। ज्यादातर पैनिक अटैक 5 मिनट से लेकर आधे घंटे तक कहीं रहते हैं।
पैनिक अटैक के कारण और जोखिम कारक
विशेषज्ञ ठीक से नहीं जानते हैं कि कुछ लोगों को पैनिक अटैक क्यों होता है। आपका दिमाग और तंत्रिका तंत्र इस बात में जरूरी भूमिका निभाते हैं कि आप डर और चिंता को कैसे समझते हैं और उससे कैसे निपटते हैं। कई कारक इसका जोखिम बढ़ा देते हैं, जिनमें मुख्यतः शामिल हैं-
1. चिंता या तनाव से जुड़े विकार
2. मूड से जुड़े विकार
3. फोबिया यानी किसी चीज से डर
4. मानसिक विकार
5. आघात और तनाव संबंधी विकार
पैनिक अटैक के लक्षण
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, पैनिक अटैक अचानक होता है। इसके शुरू होने के 10 मिनट के भीतर लक्षण आमतौर पर चरम पर होते हैं और फिर जल्द ही गायब हो जाते हैं। पैनिक अटैक के लक्षणों में शामिल हैं:
1. छाती में दर्द
2. दिल की धड़कन बढ़ना
3. सांस लेने में कठिनाई
4. कांपना
5. ठंड लगना
6. जी मिचलाना
7. पसीना आना
8. उंगलियों में झुनझुनी या सुन्नता
9. घुटन महसूस होना
10. कंट्रोल खोने का डर
11. जैसे जान जाने वाली है
पैनिक अटैक कितनी देर तक रहता है
पैनिक अटैक आमतौर पर 5 से 20 मिनट तक रहता है। लेकिन कुछ लोगों ने माना है कि उन्हें एक घंटे तक भी रहा है। विनीता सिंह ने भी बताया कि उन्हें भी लगभग एक घंटे तक रहा और उन्हें होश नहीं था।
पैनिक अटैक आने क्या करें
1. मरीज के साथ रहें और शांत रहें
2. उनसे पूछें कि उन्हें क्या चाहिए
3. उनसे छोटे, सरल वाक्यों में बात करें
4. उन्हें वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करें
5. गहरी सांस लेने को कहें
6. हर सांस लेने और छोड़ने के लिए धीरे-धीरे पांच तक गिनती गिनें
7. उन्हें आश्वस्त करें कि वे सुरक्षित हैं
8. लक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं
इस बात का रखें ध्यान
पैनिक अटैक आने पर आपको मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। बेशक यह जानलेवा नहीं है लेकिन आपके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। अपने डॉक्टर से बात करें और उन्हें सही जानकारी दें ताकि आपका सही इलाज हो सके।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।