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– एनएमसी के प्रस्तावों को अगर माना जाता तो एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को पहले वर्ष को पास करने के लिए अधिकतम 4 वर्ष का समय दिया जाएगा। अगर 4 वर्ष में कोई छात्र फर्स्ट ईयर को क्लियर नहीं कर पाएगा तो उसे बाहर कर दिया जाएगा। वहीं, एमबीबीएस के पूरे कोर्स को पास करने के लिए 9 साल का समय दिया जाएगा। ऐसे में किसी भी छात्र को 9 वर्ष के अंदर एमबीबीएस को पूरा करना होगा।
– प्रस्ताव के मुताबिक नीट की परीक्षा वही छात्र दे सकेंगे, जिन्होंने 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और बायोटेक्नलॉजी और इंग्लिश विषय से पढ़ाई की है। साथ ही विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों के लिए भी नीट परीक्षा करना अनिवार्य किया जा सकता है।
– प्रस्ताव में नंबर टाई होने की स्थिति में भी हल निकालने का जिक्र है। इसके अलावा प्रस्ताव में निर्वाचित छात्र संघ की बात भी कही गई है। यह छात्र संघ संस्थान में छात्रों को लेकर किए जा रहे फैसलों के बार में जानकारी देगा।