अगर 1 हफ्ते में खुद नहीं जाते ये लक्षण तो खराब हो जाते हैं फेफड़े, चीन के कोरोना वायरस जैसी है ये बीमारी – Influenza B Virus Can Damage Lungs Like Chinas Coronavirus, Know Its Symptoms Including Cough and Fever

चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के पैदा होने का कारण अभी तक साफ नहीं हो पाया है। एक्सपर्ट आजतक इस सवाल का पुख्ता जवाब नहीं ढूंढ पाए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके जैसे और भी कई वायरस हैं, जो छाती, फेफड़े और गले को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसा ही एक वायरस इंफ्लुएंजा बी (Influenza B Virus) है, जो कि मरीज की जान भी ले सकता है।

​इंफ्लुएंजा वायरस के प्रकार कितने हैं? वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा एक मौसमी बीमारी है, जिसमें एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन होता है। इस बीमारी के चार प्रकार होते हैं, जिनका नाम इंफ्लुएंजा ए, इंफ्लुएंजा बी, इंफ्लुएंजा सी, और इंफ्लुएंजा डी है। इस आर्टिकल में इंफ्लुएंजा बी वायरस के बारे में जानेंगे।

Influenza B Virus के ये होते हैं लक्षण

  1. बुखार
  2. खांसी (आमतौर पर सूखी)
  3. ​सिरदर्द की दिक्कत​
  4. मांसपेशी और जोड़ों में दर्द
  5. कमजोरी महसूस होना
  6. गले में सूजन
  7. नाक बहना​

इतने दिनों में खुद ठीक हो जाती है बीमारी

​विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, यह मौसमी वायरस आमतौर पर खुद ठीक हो जाता है और बुखार व अन्य लक्षण 1 हफ्ते के अंदर बिना दवा के दूर होने लगते हैं। हालांकि, अगर खांसी गंभीर है तो उसे पूरी तरह जाने में 2 या उससे ज्यादा हफ्ते भी लग सकते हैं।

1 हफ्ते के बाद सावधान हो जाएं ये लोग

अगर इसके लक्षण 1 हफ्ते के बाद भी गंभीर बने रहते हैं तो कुछ लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। ऐसा होने पर हाई रिस्क ग्रुप के लोगों को डॉक्टर के पास जाकर उचित इलाज लेना चाहिए, वरना जान जाने का खतरा भी हो सकता है।

हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं ये लोग

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यह इंफ्लुएंजा वायरस किसी भी उम्र या लिंग के व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। मगर गर्भवती महिलाएं, 59 महीने से कम उम्र के शिशु, बुजुर्ग लोग, किसी लंबी बीमारी के मरीज, एचआईवी/एड्स के मरीज या स्वास्थ्यकर्मियों को इसका खतरा ज्यादा होता है।

फेफड़े कर देता है खराब

इंफ्लुएंजा बी वायरस कोरोना की तरह ही रेस्पिरेटरी इंफेक्शन है, जो कि फेफड़ों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकता है। एनसीबीआई के मुताबिक, इसके कारण रेस्पिरेटरी फेलियर हो जाता है और फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। इसके अलावा, मरीज को निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस, सेप्सिस भी बन सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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