H3N2 Virus Symptoms: एच3एन2 वायरस ने बढ़ाई चिंता, 6 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, ICMR ने बताए बचने के 6 तरीके – ICMR Told 6 Symptoms of h3n2 Virus and 6 Prevention and Control Tips

भारत के कई हिस्सों, खासकर दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों इन्फ्लूएंजा ए के ‘एच3एन2 वायरस’ (H3N2 Virus) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और मरीजों में तेज बुखार, खांसी और सांस से जुड़े लक्षण महसूस किये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वायरस केटेगरी के अन्य वायरस की तुलना में घातक है।

ICMR के अनुसार, 15 दिसंबर के बाद से इसके मामले तेजी से बढ़े हैं। इसकी चपेट में आने वाले लोग जल्दी अस्पतालों में एडमिट हो रहे हैं। इसके लक्षण कोरोना वायरस की तरह हैं, जो 2 से 3 हफ्तों तक रह सकते हैं। इसके लक्षण गंभीर है लेकिन यह जानलेवा नहीं है।

पिछले कुछ हफ्तों में मौसम में बदलाव हुआ है। बदलते मौसम में खांसी और बुखार होना आम समस्या है। चिंता का विषय यह है कि लोग सामान्य खांसी-बुखार या फिर एच3एन2 वायरस से पैदा हुए लक्षणों के बीच अंतर को समझ नहीं पा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि एच3एन2 वायरस की वजह से लक्षण पैदा हो रहे हैं, वो किस तरह पीड़ित को प्रभावित कर सकते हैं और आपको क्या करना चाहिए।

H3N2 Virus से बचने के उपाय

H3N2 Virus के लक्षण

आईसीएमआर के मुताबिक, पिछले महीनों में H3N2 वायरस की चपेट में आए और अस्पताल में भर्ती मरीजों में 92% मरीजों में बुखार, 86% को खांसी, 27% को सांस फूलना, 16% को घरघराहट की समस्या थी। संस्था ने अपनी रिपोर्ट में पाया कि 16% रोगियों को निमोनिया था और 6% को दौरे पड़ते थे। वायरस के कारण होने वाले सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन से पीड़ित लगभग 10% रोगियों को ऑक्सीजन और 7% को ICU देखभाल की आवश्यकता होती है।

तेज बुखार को न करें नजरअंदाज

बताया जा रहा है कि इस वायरस की चपेट में आने से आपको हाई ग्रेड फीवर हो सकता है जिसके साथ आपको कंपकपी भी हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकतर लोगों ने तेज बुखार महसूस किया।

लगातार खांसी

इस वायरस की चपेट में आने से आपको बुखार के साथ लगातर खांसी भी महसूस हो सकती है। यह खांसी कई आम खांसी नहीं होती है बल्कि आपको परेशान कर सकती है। खांसी के साथ-साथ आपका गला बैठ सकता है और आवाज में परिवर्तन हो सकता है।

हफ्तों तक रह सकते हैं लक्षण

H3N2 वायरस से पैदा हुए लक्षण दो से तीन हफ्तों तक रहे सकते हैं। ज्यादातर पीड़ितों को दो से तीन दिन तेज बुखार रहता है। इसके साथ बदन दर्द, सिरदर्द और गले में बेचैनी महसूस हो सकती है। खांसी आपको दो से तीन महीने तक रहे सकती है।

यह लक्षण भी कर रहे हैं परेशान

बताया जा रहा है कि एच3एन2 वायरस की चपेट में आने वाले लोगों में बुखार-खांसी के अलावा सर्दी, लंग एलर्जी जैसे ब्रोंकाइटिस, सांस लेने में कठिनाई, सीने में बेचैनी जैसे लक्षण भी महसूस हो रहे हैं।

वायरस को कंट्रोल और बचाव के लिए क्या करें

ICMR ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी दी है कि एच3एन2 वायरस से बचने और इसे कंट्रोल करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जिनमें शामिल हैं-

    • अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं
    • कोरोना की तरह अभी मास्क लगाएं
    • नाक और आंखों को छूने से बचें
    • छींकते या खांसते समय मुंह और नाक को कवर करें
    • तरल पदार्थों का खूब सेवन करें
    • बुखार और बदन दर्द होने पर पेरासिटामोल लें

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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