

Study Claim Purple Color Foods Can Reduce Blood Sugar Levels and Prevent You From Diabetes
डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए डाइट का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित एक नए अध्ययन में बताया गया है कि बैंगनी रंग के चीजें खाने से डायबिटीज का कंट्रोल हो सकती है और उसका खतरा भी कम हो सकता है। ध्यान रहे कि अगर डायबिटीज को ठीक तरह से मैनेज नहीं किया गया, तो इससे आपको हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, नर्व डैमेज, आंखों को नुकसान और कम दिखाई देना, किडनी डिजीज और पैरों की तकलीफ सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
डायबिटीज से बचा सकती हैं बैंगनी रंग के फल-सब्जियां
अपने इस शोध में शोधकर्ताओं ने कहा है कि बैंगनी रंग के फल-सब्जियां डायबिटीज की शुरुआत में देरी या रोकथाम कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इनके सेवन से डायबिटीज वाले लोगों में उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करके उनके स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।
डायबिटीज से कैसे बचा सकते हैं बैंगनी रंग के फल-सब्जियां
वैज्ञानिकों ने माना है कि बैंगनी रंग के फल-सब्जियों में पॉलीफेनोल्स की मात्रा अधिक होती है। खाने की चीजों को लाल, नारंगी, नीला या बैंगनी रंग देने के लिए पॉलीफेनोल्स-एंथोसायनिन का एक विशेष वर्ग जिम्मेदार है। NCBI में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि एंथोसायनिन से भरपूर चीजें, विशेष रूप से जामुन खाने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम होता है।
बैंगनी रंग की किन चीजों में पाया जाता है एंथोसायनिन
अध्ययन के अनुसार, एल्डरबेरी, ब्लैकबेरी और ब्लैककरंट में मुख्य रूप से नॉनएसिलेटेड एंथोसायनिन होते हैं, जबकि एसाइलेटेड एंथोसायनिन लाल मूली, बैंगनी मकई, काली गाजर, लाल गोभी और बैंगनी शकरकंद और अंगूर में पाए जाते हैं।
इंसुलिन बढ़ाने का काम करते हैं बैंगनी रंग के फूड
एक चूहे पर हुए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि काले चावल से प्राप्त नॉन-एसिलेटेड एंथोसायनिन ने उनकी आंत के कुछ जीवाणुओं की बढया दिया था, जिसमें अक्करमेन्सिया म्यूसिनीफिला भी शामिल है। म्यूसिनीफिला में इंसुलिन स्राव को बढ़ाने और टाइप 2 डायबिटीज वाले चूहों में ग्लूकोज चयापचय में सुधार करने की क्षमता देखी गई।
पेट के हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करती हैं बैंगनी चीजें
बैंगनी शकरकंद और अंगूर जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला एसाइलेटेड एंथोसायनिन पेट में अच्छा बैक्टीरिया बढ़ाते हैं और खराब बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। यह आंतों में फैटी एसिड के उत्पादन को बढ़ाकर उन्हें स्वास्थ्य रखते हैं।
दो हफ्ते में कम हो सकता है ब्लड शुगर लेवल
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने डायबिटीज से पीड़ित चूहों को दो हफ्ते तक शहतूत का रस दिया था. शहतूत में नॉनएसिलेटेड एंथोसायनिन पाया जाता है। उन्होंने पाया कि दो हफ्ते बाद उनका ब्लड शुगर लेवल लगभग 30% कम था।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।