जिस तरह से शरीर के लिए कैल्सियम या विटामिन जैसे पोषक तत्व जरूरी हैं, उसी तरह प्रोटीन भी जरूरी है। प्रोटीन की कमी से शरीर में खून की कमी, मांसपेशियों को नुकसान, थकान, कमजोरी, बाल झड़ना, त्वचा का पतला होना, बीपी लो होना, डायरिया और कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।प्रोटीन की कमी कैसे पूरी करें? शरीर को प्रोटीन की कमी से बचाने के लिए आपको प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। बहुत सी वेज और नॉन-वेज चीजों में प्रोटीन पाया जाता है। आज यानी 27 फरवरी को नेशनल प्रोटीन डे (National Protein Day) मनाया जाता है। इस अवसर पर नॉएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित ‘कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक’ के डायरेक्टर डॉक्टर कपिल त्यागी आपको बता रहे हैं कि कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में भी प्रोटीन पाया जाता है।
अश्वगंधा
आयुर्वेद में अश्वगंधा को एक शक्तिशाली जड़ी बूटी माना जाता है। इसे शरीर में जान भरने और उम्र को बढ़ाने वाली औषधि का दर्जा प्राप्त है। कई शोध दावा करते हैं कि अश्वगंधा में शरीर में ताकत बढ़ाने और कार्डियोरेस्पिरेटरी फंक्शन में सुधार करने की क्षमता होती है। डॉक्टर का मानना है कि यह प्रोटीन का बढ़िया स्रोत है और इसके नियमित सेवन से कोर्टिसोल का लेवल कम करने, टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ाने, मांसपेशियों को विकास और उन्हें मजबूत करने में मदद मिलती है।
शतावरी
शतावरी मांसपेशियों के विकास के लिए एक बढ़िया आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन इसमें ऊर्जा बढ़ाने, मांसपेशियों का विकास और उन्हें मजबूत करने की भी क्षमता होती है। इसमें मौजूद स्टेरॉइडल सैपोइन को टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जबकि अमीनो एसिड शरीर में प्रोटीन बढ़ाने का काम करता है।
कड़वा संतरा
मीठे या खट्टे संतरे की तुलना में कड़वे संतरे सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। कड़वे संतरे में अल्कलॉइड पाया जाता है, जो मांसपेशियों के नुकसान के बिना फैट को कम करने का काम करता है। सबसे बड़ी बात यह तत्व चयापचय दर को बढ़ाता है जिससे कैलोरी बर्न बढ़ जाती है। अगर आप तगड़ी मसल्स चाहते हैं, तो इसका सेवन करें।
सफेद मूसली
सफेद मूसली प्रोटीन का एक बढ़िया स्रोत है। आयुर्वेद में इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल लंबे समय से पुरुष यौन विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाने की क्षमता होती है। अगर आप मांसपेशियों को मजबूत करने वाली दवा खोज रहे हैं, तो सफेद मूसली आपके लिए सबसे बेस्ट है।
गोखरू
गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल किडनी रोग, डायबिटीज और प्रजनन विकारों सहित कई स्थितियों के इलाज करने के आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किया जाता है। इसमें दुष्प्रभाव पैदा किए बिना टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाने की क्षमता होती है। प्रोटीन से भरपूर यह जड़ी बूटी मांसपेशियों की शक्ति भी बढ़ा सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।