दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री क्लेयर बुधवार को दिल्ली के विश्वविद्यालय के श्रीवेंकटेश्वर कॉलेज में एक कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इस दौरान उनके साथ शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट भी मौजूद थे। साथ ही विवि के कुलपति प्रोफेसर योगेश भी मौजूद थे।
बुधवार के कार्यक्रम के बारे में जानकारी शिक्षा मंत्री प्रधान ने खुद ट्वीट करके दी है। उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा शिक्षा परिवर्तन की कुंजी है। इसलिए, शिक्षा पोर्टफोलियो हमारी गतिशील साझेदारी का स्वाभाविक ‘मदर पोर्टफोलियो’ है। भारत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात को लेकर ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री क्लेयर ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि आज मैंने अपने मित्र और भारतीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से दिल्ली में मुलाकात की। कल हम दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण एजुकेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करेंगे। जिससे दोनों देशों के बीच शिक्षा को आसान बनाया जा सकेगा।
आपको बता दें कि भारत में नई शिक्षा नीति 2020 में लाई गई थी। नई शिक्षा नीति को आधुनिक युग को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसमें ग्रेजुएशन मल्टीपल एग्जिट सिस्टम पर आधारित है। यानि कि अगर कोई छात्र बीए में प्रवेश लेता और एक वर्ष में छोड़ देता है तो उसे सर्टिफिकेट मिलेगा। वहीं, दो वर्ष में छोड़ेगा तो डिप्लोमा और तीन वर्ष में छोड़ेगा तो डिग्री। वहीं, चार वर्ष का ग्रेजुएशन करने पर ही पीएचडी में प्रवेश दिया जाएगा।